शनिवार, 2 मई 2020

इरफ़ान खान क़ी मौत पर जशन ?


चेतावनी: मानसिक रूप से अपरिपक्व लोग पोस्ट से दूर रहें
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम  

लिखना कभी शौक हुआ करता था लेकिन वक़्त ने कलम को रोक सा दिया आज बहुत दिन बाद एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर लगा कि लिखना ज़रूरी है लिखने से लोगो तक हमारी भावनाए ही नहीं पहुचती हमारे विचार भी जाते हैं और एक व्यक्ति का काम या उसके विचार सिर्फ उस तक सीमित नहीं होते व्यक्ति का किया गया हर काम कही न कही उसकी धर्म व सोच का प्रतिनिधित्व करता है ऐसे में ज़रूरी हो जाता है कि हम गलत लोगो को कमान न सोंपे और खुद आगे आयें, चलिए आता हूँ अपने मुद्दे पर ।
कुछ दिन पहले देश का महान कलाकार इरफान खान का कैंसर के कारण निधन हो गया इरफान का अभिनय कमाल का था पान सिंह तोमर हो या मदारी, जीवंत व वास्तविकता उनके अभिनय का हिस्सा ही थी एक महान कलाकार का जाना मन को विचलित करता ही है लेकिन खुद को बुद्धिजीवी समझने का भ्रम पालने वाले कुछ फेसबुकिए लाइक कमेन्ट की खातिर सोशल मीडिया पर इरफान की मौत पर खुशियाँ मनाते उन्हे जहन्नुमी बताते देखे गए ये सिर्फ कुछ सिरफिरो के निजी विचार नहीं थे ये एक विचारधारा है जो नफरत की खेती करती है यह वही विचारधारा है जिसके लोग किसी अल्पसंख्यक की लिंचिंग होने पर खुशियाँ मनाते हैं हत्यारो को फूलमालाए पहना कर उनका स्वागत करते हैं ये मौतों पर इसलिए जशन मनाते हैं क्योकि मरने वाला व्यक्ति उनके धर्म का अनुसरण नहीं करता था ज़रा सोचिए अगर कोई व्यक्ति आपकी धार्मिक मान्यताओ से इंकार कर देगा तो क्या आप उसे मार देंगे या उसकी लिंचिंग या अचानक निधन पर जशन मनाएंगे ?

मैं मानवता को लेकर चिंतित हूँ मैं सोच रहा हूँ अगर कभी इन जैसे मुस्लिम लोगो को सत्ता मिली तो ये लोग क्या करेंगे? जो इनके धर्म इनकी मान्यताओ से इंकार करेगा उसका क्या होगा? दाड़ी न रखने वाले मुस्लिमो को ये लोग किस तरह सज़ा देंगे बाहर जॉब करने वाली महिलाओ के लिए ये क्या सज़ा तय करेंगे? दूसरे धर्मो के धार्मिक स्थलो का क्या होगा? शायद ये भी वही करेंगे जो तालिबान ने बमियान में किया शायद ये भी असहमति रखने वालों को गुलाम बना कर वर्ण व्यवस्था फिर से लागू कर देंगे ये भेदभाव व अत्याचार वाले समाज का निर्माण करेंगे दूसरे धर्मो की लड़कियों के रक्षा नहीं हो सकेगी उन्हे जौहर के लिए विवश होना होगा इनकी विचारधारा से असहमत लोग हिटलरी डिटेन्शन सेंटरो में मरने के लिए डाल दिए जाएंगे सभी मुस्लिमो शासक इन जैसे ही थे उन्होने ऐसे ही अत्याचार किए इसलिए ज़रूरी है कि इन्हे हर तरीके से सत्ता से दूर रखा जाए इनके समुदाय का पक्ष करने वाले सेकुलर राजनीतिक दलो को हराया जाए देश में सिर्फ हिन्दू हित की बात करने वाले इनकी मस्जिद की जगह मंदिर बनाने वाले हिन्दू वीरों सत्ता दी जाए देश को हिन्दू राष्ट्र बनाया जाए और एनआरसी लागू करके इनके अस्तित्व को समाप्त कर दिया जाए।
ऐसा ही माहौल बनवाने में मद्द कर रहें हैं ये लोग, बस इतनी सी क्रोनोलाजी है। अगर अपने समुदाय व देश बचाना है तो इस तरह की हर सोच का विरोध करना होगा चाहे उस सोच का व्यक्ति आपके धर्म का ही क्यो न हो
जय हिन्द
लेखक एडवोकेट आफताब फ़ाज़िल
Fight2right@gmail.com

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