मेरे साथियो अस्सलामोअलिकुम वाराह्मतुल्लाह इ बर्कताहू,
मेरे दोस्तों की अक्सर मांग होती थी की हम इन्कलाब को ज़मीन पर लाये मेरे दोस्तों मै तारिक भाई के साथ मिलकर कोशिश में लगा था की किसी मुद्दे को लेकर हम इसको ज़मीन पर लाई कल रात को रोज़ी रोज़गार के सिलसिले में हम दोनों गुरगाव आये हुवे थे रात काफी बीत गयी हम दोनों यही रुक गए की सुबह निकला जायेगा सुबह काम के सिलसिले में देर होजाने की वजह से हम दोनों ने जुमा अदा करके वापस होने को सोचा था जब जुमा की नमाज़ में पहुचे तो मस्जिद देख कर बाखुदा मेरी आँखों से आंसू जरी हो गये
आ[प चाहे तो मस्जिद की कमिटी के लोगो से हालात का जैयेज़ा ले सकते है लोगो के नंबर है
रफीकुल इस्लाम--------9999090048
फारूक------------------9971476907
मौलाना रूहुलामीन साहेब (पेश इमाम )-----------8882854428
वसीम साहेब ------------------8802381141
apki baat thik h bhai lekin ye jameen agar kisi ki h to fir koi kuch nhi kar sakta.fir to is jameen ko ya to kharida hi ja sakta h ya fir agar vo banda khud dena chahe to de sakta.
जवाब देंहटाएंdear:
जवाब देंहटाएंhow we know that there was a mosque and will you send papers of mosque and land on my email id as under .inshall we will try and hope inshallah
that allah will help us.
aminjk12@gmail.com
amin sahab aap upar diye molvi sahab or comety ke logo se contect kijiye un sabhi ke number upar post me diye gye he
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जवाब देंहटाएंMay Allah bless the government with the guidance to create best conditions for practice of Islam in India.
जवाब देंहटाएंये क्या ज़ुल्म है भाई?? या अल्लाह रहम फरमा
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