सोमवार, 18 फ़रवरी 2013

गुजरात दंगा पूर्व नियोजित था: जस्टिस काटजू

 जस्टिस काटजू साहब ने गुजरात दंगो को पूर्वनियोजित बताते हुए नरेंद्र मोदी को पूरी  तरह जिम्मेदार बताया है माननीय काटजू जी ने  कहा :-कि गोधरा में दर असल क्या हुआ था, अभी भी ये एक रहस्य बना हुआ है. गोधरा कांड के बाद मुसलमानों को निशाना बनाने और हज़ारों लोगों को जान से मारने और उनके घर लूटने की कार्रवाई की हिटलर के नाज़ी जर्मनी से तुलना करते हुए जस्टिस काटजू ने लिखा था कि गुजरात दंगा पूर्व नियोजित था. उन्होने ये भी लिखा था कि वे इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं कि 2002 के गुजरात दंगों में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई हाथ नहीं था. उन्होंने मोदी के विकास के दावों को भी ख़ारिज करते हुए लिखा था कि गुजरात में 48 फ़ीसदी बच्चे कुपोषित हैं और शिशु मृत्यु दर बहुत अधिक है. उन्होंन अंत में भारतीयों से अपील की थी कि वो अपने वोट डालते समय इस चीज़ों का ख़्याल रखें नहीं तो वे भी वहीं ग़लती करेंगे जो 1933 के चुनाव में जर्मनी की जनता ने की थी. उनका इशारा हिटलर के चुने जाने की तरफ़ था. 
साम्प्रदायिकता के बल आर सत्ता हथियाने की साजिशे रचने वाली भाजपा ने जस्टिस काटजू साहब को कांग्रेस का एजेंट खा है लेकिन जस्टिस काटजू साहब ने फ़ौरन पलटवार करते हुए भाजपा को याद दिलाया कि उन्होंने फ़ेसबुक पर कुछ लिखने के लिए महाराष्ट्र में दो लड़कियों की गिरफ़्तारी पर महाराष्ट्र सरकार की कड़ी आलोचना की थी जो कि कांग्रेस शासित राज्य है. काटजू ने कहा कि अफ़ज़ल गुरू की फांसी के बाद दिल्ली के पत्रकार इफ़्तिख़ार गिलानी के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार पर भी उन्होंने फ़ौरन कार्रवाई करते हुए इसके लिए ज़िम्मेदार पुलिस वाल के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने की मांग की थी
जस्टिस काटजू साहब का ये बयान देश की एकता अखंडता और भाईचारे का प्रतीक है हम उरी तरह जस्टिस काटजू साहब का समर्थन करते हुए आ लोगो से भी उनके पक्ष में खड़े होने की गुज़ारिश करते है 

इंकलाब जिंदाबाद 

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